About The Books
घरेलू उपचार का आशय उस उपचार से है जिसके अन्तर्गत हमारे दैनिक जीवन में प्रयोग किए जाने वाले खाद्य पदार्थों से विभिन्न बीमारियों का निदान करना है। विभिन्न प्रकार के रोगों को घरेलू उपाय अपनाकर ठीक किया जा सकता है। घरेलू उपचार या घरेलू नुस्खे किसी रोग की चिकित्सा की वह विधि है जिसमें जड़ी-बूटियों, मसाले, सब्जियों या आसानी से उपलब्ध सामग्री का उपयोग किया जाता है। ये खाद्य पदार्थ हमारी रसोई में आसानी से मिल जाते हैं। इनका औषधि रूप में प्रयोग कर सामान्य से लेकर गम्भीर बीमारियों तक का ईलाज किया जा सकता है। घरेलू उपचारों में रोग के निवारण वाले तत्व होते हैं। अधिकांशतः ये परम्परागत रूप से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को हस्तान्तरित होते रहते हैं। इनमें से बहुत से उपचारों की कुशलता को प्रस्तुत पुस्तक में दर्शाया गया है।
About The Author
डॉ० गीतान्जलि मौर्य, एम० एससी० रसायन शास्त्र, एम० एड०, यू० जी० सी०। नेट, पीएच०डी०, वर्तमान में दयानन्द गर्ल्स पी० जी० कालेज, कानपुर में अध्यापक पद पर शिक्षा विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष पद पर कार्यरत हैं। डॉ० गीतान्जलि 18 वर्षों से शिक्षा में अपना योगदान दे रही हैं। उच्च शिक्षा आयोग उ०प्र० द्वारा चयनित होने के पश्चात वर्तमान में महाविद्यालय में कार्यरत हैं। 8 से अधिक अन्तर्राष्ट्रीय शोध पत्रों का प्रकाशन तथा 30 से अधिक शोध पत्र का संगोश्ठियों में प्रस्तुत किये जा चुके हैं। आप विभिन्न संगोष्ठियों की अध्यक्षता, आयोजन एवं संचालन करती रही हैं। अथिति व्याख्यान तथा पब्लिक । लेक्चर्स भी समय-समय पर देती रहती हैं। विश्वविद्यालय के पाठयक्रम निर्माण समिति में सक्रिय योगदान करने के अतिरिक्त महाविद्यालय की विभिन्न समितियों की अध्यक्षा एवं सदस्या रही हैं। महाविद्यालय पत्रिका के सम्पादक मण्डल की सदस्या तथा 'प्रित्युशा' की मुख्य सम्पादिका रही हैं। जिला आपदा प्रबन्धन टीम में मुख्य प्रशिक्षिका तथा डी० एम० कानपुर द्वारा उक्त क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित किया जा चुका है।