About The Books
विपणन अनुसंधानकर्ता/ परियोजनाकर्ता के लिये उपभोक्ताओं के व्यवहार का अध्ययन विपणन की दृष्टि से एवं सामाजिक दृष्टि से अत्यन्त ही महत्वपूर्ण कार्य है। ब्रांड की पसन्द उपभोक्ताओं के व्यवहार का एक महत्वपूर्ण अंग है जिससे हम यह पता लगा सकते है कि बाजार में उपलब्ध ब्राण्डों में से सर्वोपरि कौन सी है एवं क्यों है। इस पुस्तक में ब्राण्ड की पृष्ठभूमि, क्रय प्रक्रिया, व्यवसाय एवं उपभोक्ता वरीयता, क्रय प्रेरणायें क्रय व्यवहार को प्रभावित करने वाले घटक, ब्राण्ड पसन्द एवं उपभोक्ता व्यवहार, क्रेता व्यवहार के सिद्धान्त तथा भारतीय संदर्भ में उपभोक्ता क्रय व्यवहार आदि का समावेश किया गया है। विषय सामग्री को सरल एवं बोधगम्य भाषा व शैली में प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया है। यह पुस्तक भारतीय विश्वविद्यालयों की विभिन्न कक्षाओं में जैसे बी.कॉम., बी.बी.ए., एम.बी.ए., पी.जी.डी.एम., एम.कॉम.,एम.फिल.,पी.एच.डी. तथा प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी होगी।
About The Author
डॉ. मनोज कुमार शर्मा (दाधीच), जन्म स्थान : अजमेर (राजस्थान), एम.कॉम. (व्या. प्रशासन) (ई.ए.एफ.एम.) (ए.बी.एस.टी.), एम. फिल, पीएच.डी. (वाणिज्य), एम.ए. (समाजशास्त्र) (लोक प्रशासन) (दर्शन शास्त्र), पी.जी.डी. एच.आर.एम., बी.एड, साऊथ अफ्रीका विश्वविद्यालय में डी.लिट. उपाधि हेतु पंजीकृत। अध्यापनः १. श्री डूंगरगढ महाविद्यालय, श्री डूंगरगढ़ (बीकानेर) २. श्री एस.एस.बी. (पी.जी.) कॉलेज, किशनगढ़-रेनवाल, (जयपुर), ३. श्रीमती एस.डी.एम.(पी.जी.) गर्ल्स कॉलेज, भीलवाड़ा, ४. बाबा मोहन राम (पी.जी.) कॉलेज, भिवाडी (अलवर), ५. एस.पी.यू. (पी.जी.) कॉलेज, फालना (पाली)। अन्य उपलब्धियां : १. राष्ट्रपति द्वारा विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक अवार्ड, २. राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित जर्नलस एवं पत्र पत्रिकाओं में २७ से अधिक शोध पत्र, रचनाएँ एवं लेख प्रकाशित, ३. विभिन्न विश्वविद्यालय में एम.फिल. व पीएच.डी. गाइड हेतु रजिस्टर्ड, ४. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा आयोजित २२ से अधिक अन्तर्राष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर की सेमीनार में पत्र वाचन।
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