About The Books
प्रस्तुत पुस्तक “जल संरक्षण प्रबंधन एवं नियोजन' के माध्यम से जल संसाधन, जल संरक्षण, जल प्रदूषण, पुरातन काल में जल प्रबंधन एवं भारत के विभिन्न प्रदेशों में जल संचयन की प्रणालियाँ एवं ऊपरी छत द्वारा वर्षा जल का संचयन एवं पारंपरिक जल स्रोत एवं संरक्षण, भू-जल पुनर्भरण तथा सुदूर संवेदन द्वारा भू-जल प्रबंधन, मृदा एवं जल सुरक्षा, मृदा वर्षा जल सुरक्षा एवं आवश्यकता, स्वच्छ जल प्राप्ति का अधिकार एवं क्रियान्वयन, जल संरक्षण में विभिन्न पक्षों की भूमिकाएँ, जल संरक्षण साधन निर्माण में रोजगार एवं संभावनाएं, राष्ट्रीय जल नीति 2002 एवं राष्ट्रीय जल नीति 2012, इस पुस्तक के अंत में जल संरक्षण एवं प्रबंधन हेतु जन समुदाय की सहभागिता विभिन्न मनोरंजक गतिविधियाँ आदि महत्वपूर्ण विषयों पर चित्रों एवं समूह गतिविधियों को स्पष्ट, सरल एवं बोधगम्य भाषा में जानकारी सुलभ करवाने का प्रयास किया है।
About The Author
"डॉ. प्रदीप कुमार सिंह वर्तमान समय में सह-प्राध्यापक के पद पर सब्जी विज्ञान विभाग, महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल में कार्यरत हैं। इससे पहले 12 वर्षों से अधिक सहायक प्राध्यापक सब्जी विज्ञान विभाग, शेर-ए-कश्मीर कृषि विज्ञान एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय-कश्मीर शालीमार श्रीनगर में कार्यरत थे। इनका कार्य प्रमुख रूप से शिक्षा, शोध एवं प्रसार में रहा है। इन्होंने अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लिया एवं वहाँ पर अनेक लेख एवं आलेख प्रस्तुत किये हैं। इन्होंने अभी तक 25 विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भी भाग लिया है। जिसके परिणामस्वरूप इनको अनेक प्रकार के अनुभव प्राप्त हुए हैं। इनके अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध ग्रंथों में लेख प्रकाशित हुए हैं जिनमें मुख्य रूप से 15 लेख अंतर्राष्ट्रीय एवं 18 लेख राष्ट्रीय शोध ग्रंथों में प्रकाशित हैं। इनकी बारह पस्तकें भी प्रकाशित हुई हैं, जिनमें से एक पुस्तक के लिए गृह मंत्रालय हिन्दी विभग के द्वारा राजभाषा गौरव पुरस्कार सन् 2017 के लिए पुरस्कृत किया गया है। जिसका शीर्षक भारतीय कृषि उत्पादन, विपणन एवं इनकी समस्यायें हैं। इनके द्वारा 12 अध्याय विभिन्न पुस्तिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। इसके अतिरिक्त 45 प्रचलित लेख विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। ये विभिन्न शोध पत्रिकाओं में वार्षिक एवं जीवन पर्यंत सदस्य हैं। वर्तमान में ये अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं के संपादक समिति के सदस्य हैं।
"
|